हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, अंबेडकर नगर, जलालपुर – हर साल की तरह, गेट वेल चैरिटेबल क्लिनिक जलालपुर और इमामिया मेडिक्स इंटरनेशनल द्वारा रमजान के पवित्र महीने के दौरान गरीब और बेसहारा परिवारों को राशन किट वितरित किए गए। इस कल्याणकारी कार्य के अंतर्गत लगभग दो सौ पात्र परिवारों को रमजान किट प्रदान की गई, जिसमें आटा, चावल, दालें, तेल, चीनी, चायपत्ती, खजूर व अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं शामिल थीं।
कल्याणकारी सेवा ईश्वर के करीब पहुंचने का एक साधन है
गेट वेल चैरिटेबल क्लिनिक के समन्वयक मौलाना अकील अब्बास जैनबी ने बताया कि संस्था पिछले कई वर्षों से बेसहारा और जरूरतमंद परिवारों की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि आज भी कई परिवार ऐसे हैं जो अपना व्रत भी ठीक से नहीं खोल पाते, लेकिन इसके बावजूद वे व्रत रखते हैं और पूजा-पाठ में लगे रहते हैं।
मौलाना अकील जैनबी ने रमजान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस पवित्र महीने की इस्लाम में विशेष फजीलत है और इस दौरान जकात, सदका और फितरा के जरिए जरूरतमंदों की मदद करना इस्लाम धर्म का मूल सिद्धांत है। उन्होंने आगे कहा कि मानवता की सेवा वास्तव में ईश्वर के सामीप्य प्राप्त करने का एक उत्कृष्ट साधन है।
भाईचारे का संदेश
चैरिटी के सक्रिय सदस्य मुहम्मद अली जैनबी ने बताया कि संस्था का लक्ष्य केवल राशन वितरित करना ही नहीं है, बल्कि समाज में गरीबों और असहायों की समस्याओं को उजागर करना भी है, ताकि अन्य लोग भी आगे आकर उनकी मदद कर सकें। उन्होंने कहा कि यह कल्याणकारी कार्य जाति, धर्म या संप्रदाय के किसी भेदभाव के बिना किया जा रहा है, क्योंकि मानवता की सेवा सबसे बड़ी पूजा है।
परोपकारियों को धन्यवाद
मौलाना अकील ज़ैनबी ने डॉ. शफीक हुसैन बद्र, डॉ. इफ्तिखार हुसैन बद्र, अलमदार हुसैन बद्र और खानम ताहिरा का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने हर साल की तरह इस साल भी जरूरतमंदों के लिए मुफ्त राशन का इंतजाम किया।
उन्होंने यह कहते हुए अपनी बात समाप्त की कि यद्यपि सैकड़ों परिवारों को राशन उपलब्ध कराया गया है, लेकिन इतनी बड़ी आबादी के लिए यह संख्या अपर्याप्त है। हालांकि, संगठन का प्रयास है कि अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों तक पहुंचा जाए, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति इफ्तार और सेहरी से वंचित न रहे।
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